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August 1, 2020

कोरोना का दिखा नया रूप, 4 बार रिपोर्ट नेगेटिव आने पर भी मरीज निकला संक्रमित


कोरोना का दिखा नया रूप, 4 बार रिपोर्ट नेगेटिव आने पर भी मरीज निकला संक्रमित


नई दिल्ली. पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) ने तबाही मचा रखी है. भारत में भी अब तक करीब साढ़े सात लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इस बीच कोरोना के संक्रमण को लेकर हैरान कर देने वाले रिपोर्ट सामने आए हैं.
देश में कितनी तेजी से बढ़े कोरोना के मरीज
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20 मार्च से 29 मार्च तक के आंकड़े
दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती एक बुजुर्ग महिला का चाार बार कोरोन टेस्ट किया गया. रिपोर्ट हर बार नेगेटिव आई. आखिरकार एंटी बॉडी टेस्ट में पता चला कि उन्हें कोरोना था. खास बात ये रही कि डॉक्टर कोरोना समझ कर उनका इलाज करते रहे.
हर बार निगेटिव आई रिपोर्ट
एम्स के डॉ. विजय गुर्जर ने अपना ये अनुभव ट्विटर पर शेयर किया है. उनके मुताबित 80 साल की एक बुजुर्ग महिला को बुखार और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी. ऐसे में उन्हें AIIMS में भर्ती कराया गया. 25 जून से 7 जुलाई के बीच 4 बार उनका एम्स में आरटी-पीसीआर कोरोना टेस्ट किया गया. लेकिन हर बार रिपोर्ट निगेटिव पाई गई.




यह वीडियो हमे Aaj Tak ने प्रोवाइड किया है.
जबकि एक्सरे और सीटी स्कैन की रिपोर्ट को देखकर डॉक्टर संक्रमण मानकर चल रहे थे और इसी तरह से उनका इलाज भी किया गया.


एंटी बॉडी टेस्ट से हुआ खुलासा
बाद में डॉक्टरों ने उनकी एंटी बॉडी जांच कराई. इसमें पता चला कि उनके शरीर में एंटी बॉडी विकसित हो चुकी थी. इसी वजह से कोरोना की रिपोर्ट हर बार नेगेटिव आई. एंटीबॉडी किसी इंसान के शरीर में तभी बन सकती है, जब वो कोरोना वायरस से संक्रमित हो. इतना ही नहीं एंटीबॉडी बनने में करीब 5-7 दिन का समय लगता है. ये एंटीबॉडी मरीज के शरीर में संक्रमण के खिलाफ लड़ने का काम करती है.

बच गई जान
इस बुजुर्ग महिला को अब हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है. इन्हें AIIMS में लगातार 10 दिनों तक डेक्सामेथासोन की दवा दी गई. हाल ही में भारत सरकार ने कोरोना के इलाज में इस दवा के इस्तेमाल की इजाजत दी है. ये एक बेहद सस्ती दवा है.

पहले भी आया था ऐसा मामला
डॉक्टर विजय गुर्जर ने कहा कि हाल ही में रोहतक के अस्पताल में मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अशोक भयाना की मौत हो गई थी. उनमें सभी लक्षण कोरोना के थे,लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.


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